Potato Health Benefits : आलू के लाजवाब फायदे व औषधीय प्रयोग

आलू (Potatoes) दुनिया भर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली सब्जी है। आलू (Potato Health Benefits) पूरी दुनिया में उगाया जाता है। हालांकि, इसका मूल स्थान दक्षिण अमेरिका है। बताया जाता है कि भारत में आलू 16वीं शताब्दी के आसपास पुर्तगालियों ने लाया था। पौष्टिक तत्वों से भरपूर आलू में स्टार्च होता है।

इसमें उच्च जैविक मान वाले प्रोटीन होते हैं। आलू क्षारीय होता है जो शरीर में क्षारों की मात्रा बढ़ाने या उसे बरकरार रखने में बहुत सहायक होता है। आलू का सबसे अधिक महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व विटामिन सी है। आलू खाने से स्कर्वी नामक रोग भी काफी कम देखने में आता है।

छिलके समेत पकाएं आलू

आलू (Potato) के पौष्टिक तत्वों का ज्यादा लाभ पाने के लिए इसे हमेशा छिलके समेत पकाना चाहिए। आलू का सबसे अधिक पौष्टिक भाग छिलके के एकदम नीचे होता है। यह प्रोटीन और खनिज से भरपूर होता है। आलू को उबालना, भूना या अन्य सब्जियों के साथ पकाया जाता है, इस कारण इसके पौष्टिक तत्व आसानी से हजम हो जाते हैं। आलू का रस निकालने के लिए जूसर का प्रयोग किया जा सकता है या फिर उसे कूट-पीसकर उसका रस कपड़े में से छाना जा सकता है।

आलू खाने के ये फायदे भी – Potato Health Benefits

  • तेज धूप, लू से त्वचा झुलस गई हो तो कच्चे आलू (Potato) का रस झुलसी त्वचा पर लगाने से सनबर्न ठीक हो जाता है।
  • आलू में पोटैशियम साल्ट होता है जो अम्लता यानि एसिडिटी को कम करता है। पेट में गैस हो तो कच्चे आलू को पीसकर उसका रस पीने से आराम मिलता है।
  • आलू (Potato) का रस निकालकर आंखों के काले घेरों पर लगाने से आंखों के नीचे का कालापन दूर हो जाता है।
  • चोट लगने पर नीले रंग का निशान पड़ जाता है। उस पर कच्चा आलू (Potato Health Benefits) पीसकर लगाने से फर्क पड़ता है।
  • कच्चे आलू (Potato) का रस एलर्जी वाले स्थान पर लगाने से लाभ होता है।
  • चेहरे पर चेचक या मुंहासों के दाग या झांइयां हो तो कच्चे आलू (Potato – Aloo) को पीसकर, तीन बूंद ग्लिसरीन, सिरका और गुलाब का रस मिलाकर फेस पैक बना लें। इसे चेहरे पर अच्छी तरह लगाने से चेहरे के दाग और झांइयां बहुत ही जल्दी दूर हो जाती हैं। हाथों की झुर्रियों में कच्चे आलू के रस की मालिश करने से झुर्रियां नहीं पड़ती हैं।
  • आलू या उसके पत्तों का काढ़ा बनाकर पिलाने से पीलिया दूर हो जाता है।
  • कच्चे आलू का रस पीने से दाद ठीक हो जाता है।
  • जलने पर आलू (Potato – Aloo) को बारीक पीसकर शरीर क जले हुए भाग पर मोटा-सा लेप लगाने से जलन में आराम मिलता है।
  • आलू को पीसकर शरीर पर लेप करने से शरीर की त्वचा चमकदार हो जाती है। उबाले हुए आलू के पानी से शरीर को साफ करने से त्वचा सुंदर और साफ हो जाती है।
  • कच्चे आलू का छिलका हटाकर उसका रस निकालकर चेहरे पर लगाने से चेहरे का रंग गोरा हो जाता है।
  • शरीर में सूजन हो तो आलू (Potato – Aloo) को पानी में उबालकर आलू (Potato Health Benefits) के पानी से सूजन वाले भाग को सेकने से सूजन दूर हो जाती है। आलू का लेप चोट पर करने से के सूजन दूर हो जाती है।
  • आलू को उबालकर, गर्म रेत या गर्म राख में भूनकर खाना लाभकारी है। सूखे आलू में 8.5 प्रतिशत प्रोटीन होता है जबकि सूखे चावलों में 6-7 प्रतिशत प्रोटीन होता है। ऐसे में आलू में अधिक प्रोटीन पाया जाता है। बढ़ती आयु वालों के लिए प्रोटीन आवश्यक है।
  • बढ़ते बच्चों के लिए आलू पौष्टिक आहार है। आलू (Potato – Aloo) का रस दूध पीते बच्चों और बड़े बच्चों को पिलाने से वे मोटे-तगड़े हो जाते हैं। आलू के रस में मधु मिलाकर भी पिलाया जा सकता है।
  • किडनी के रोगी भोजन में आलू खाएं। आलू (Potato – Aloo) में पोटैशियम की मात्रा बहुत अधिक होती है और सोडियम की मात्रा कम। पोटैशियम की अधिक मात्रा गुर्दों से अधिक नमक की मात्रा निकालती है जिससे गुर्दे के रोगी को लाभ होता है।
  • उच्च रक्तचाप यानि हाई ब्लड प्रेशर में आलू खाने से रक्तचाप सामान्य बना रहता है। पानी में नमक डालकर बिना छिला आलू उबालें। इससे आलू नमकयुक्त भोजन बन जाएगा। इस प्रकार यह उच्च रक्तचाप में लाभ देता है। कारण यह कि आलू (Potato Health Benefits) में मैग्नीशियम पाया जाता है।
  • गुर्दे की पथरी के रोगी को केवल आलू खिलाकर और बार-बार अधिक मात्रा में पानी पिलाते रहने से गुर्दे की पथरियां आसानी से निकल जाती हैं। आलू (Potato – Aloo) में मैग्नीशियम पाया जाता है जो पथरी को निकालता है तथा पथरी को बनने से रोकता है।
  • आलू का रस शहद के साथ पीने से हृदय की जलन मिट जाती है। इसका रस पीने से हृदय की जलन दूर होकर जल्द ही ठंडक मिलती है।
  • गठिया या जोड़ों का दर्द हो तो गर्म राख में चार आलू (Potato – Aloo) सेंक लें, फिर उनका छिलका उतारकर नमक मिर्च डालकर रोज खाएं। इस प्रयोग से गठिया ठीक हो जाता है।
  • कमर दर्द में कच्चे आलू के गूदे को पीसकर पट्टी में लगाकर कमर पर बांधने से कमर दर्द दूर हो जाता है।
  • छोटी-छोटी फुंसियों होना ऐसा संक्रामक रोग है जिसमें सूजनयुक्त छोटी-छोटी फुंसियां होती हैं, त्वचा लाल दिखाई देती है और बुखार भी आता है। इस रोग में पीडि़त के अंग पर आलू (Potato – Aloo) को पीसकर लगाने से फुंसियां ठीक हो जाती हैं।

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